धन एक गौड साधन है,बिना धन के ज्ञानी व्यक्ति भी बेकार लगता है,बिना धन के किसी प्रकार की शक्ति भी आस्तित्वहीन होती है,आज के युग में जिसे देखो धन की तरफ़ भाग रहा है,और धन के लिये कितने ही गलत काम किये जा रहे है,भाई भाई का दुश्मन बना बैठा है,बाप बेटे को धन के लिये छोड देता है,पत्नी धन के लिये पति की हत्या करवा देती है,आदि तरीके लोग धन के लिये अपना रहे है,अगर धन को ईश्वरीय शक्ति से प्राप्त किया जाये,तो वह धन अधिक स्थाई और अच्छे कामों में खर्च होने वाला होता है,और जो भी खर्चा किया जाता है वह मानसिक और शारीरिक दोनो प्रकार के सुख देता है,तामसी कारणों से लोगों को लूट खसोट कर प्राप्त किया जाने वाला धन हमेशा बुरे कामों में ही खर्च होता है,धन तो खर्च होता ही है,लेकिन हमेशा के लिये दुखदायी भी हो जाता है। सही तरीके से और ईमानदारी से धन कमाने के लिये ईश्वरीय शक्ति की जरूरत पडती है,ईश्वरीय शक्ति को प्राप्त करने के लिये ईश्वर में आस्था बनानी पडती है,और आस्था बनाने के लिये नियमित रूप से उपाय करने पडते है,नियमित रूप से उपाय करने के लिये अपने को प्रयासरत रखना पडता है। आइये आपको कुछ सहज में ही ईश्वरीय शक्तियों से धन प्राप्त करने के तरीके बता देता हूँ,इस प्रकार से प्राप्त किये जाने वाले धन को प्रयोग करने के बाद आपको कितनी शांति और समृद्धि मिलती है,आपको खुद को पता चल जायेगा।
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अधिकतर पढाई करने के बाद सन्तान की नौकरी और व्यवसाय की चिन्ता हर माता पिता को होती है,बच्चे जवानी और अपनी उमंग के कारण उन्हे कौन से क्षेत्र में जाना है,उसे भूल जाते है,और दूसरों की देखा देखी अपनी वास्तविक नोलेज को भूलकर दूसरों के चक्कर में पड कर अपने को बरबाद कर लेते है,जब वे अपनी योग्यता को नहीं दिखा पाते है तो वे गलत कार्यों की तरफ़ बढ जाते है,और उनका जीवन जो सहज रास्ते पर जा रहा था वह कठिनाइयों की तरफ़ चला जाता है,दिग्भ्रम हो जाने पर लाख कोशिश करने पर भी बच्चे अपनी जगह पर वापस नही आ पाते है,और आते है तब तक उनका बहुमूल्य समय बरबाद हो गया होता है। सबसे पहले अपने बच्चे को सही रास्ते पर लाने के लिये या वह कहीं गलत रास्ते पर तो नही जा रहा है,का ध्यान उसी प्रकार से रखना चाहिये जैसे एक माली अपने पेड को संभालता है,कब उसे पानी देना है कब उसमें खाद देनी है,कही जंगली जानवर उस पेड को खत्म तो नही कर रहा है,कहीं कोई बीमारी पेड को तो नही लग रही है,कहीं कोई खरपतवार उस पेड के साथ तो नही उग रहा है जो उस पेड को दी जाने वाली खाद पानी को पेड तक पहुंचने ही नही देना चाहता हो,आदि बातें ध्यान में रखने पर बच्चे को सही दिशा तक ले जाया सकता है। बच्चे को सही रास्ते पर ले जाने के लिये वैदिक रूप से कुछ उपाय बताये गये है,उनको आप लोगों के लिये लिख रहा हूँ।
विजयदशमी यानी दशहरे के दिन यात्रा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपको करियर में तरक्की और सफलता मिलती है। क्योंकि, इस दिन सारी दिशाएं खुली रहती हैं। इसलिए इस दिन की गई यात्रा का फल कई गुना मिलता है। यदि आप कोई नया कारोबार शुरू करने का मन बना रहे हैं तो इस दिन से शुरू कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन दशमी तिथि लगने के साथ ही यदि आप अपने स्थान का परिवर्तन करते हैं यानी अपने स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं तो आपको तरक्की और सफलता दोनों मिलेंगी।
इस उपाय से भगवान शिव का मिलेगा आशीर्वाद
कर्ज की समस्या परेशान हैं और महंगाई में आमदनी कम लग रही है तो तंत्र शास्त्र का यह टोटका अवश्य करें। इसके लिए आप एक पान के पत्ते पर थोड़ी सी फिटकरी और सिंदूर को बांध लें और फिर शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे किसी बड़े पत्थर से इसको दबा दें। ध्यान रहे कि ऐसा करते समय कोई आपको देखे ना। यह उपाय आपको तीन बुधवार लगातार करना है। ऐसा करने से धीरे धीरे धन संबंधित समस्याओं से मुक्ति मिल जाएगी और परिवार की समस्याएं भी दूर हो जाएंगी।
रोजाना सुबह जागकर अपने स्वर को देखना चाहिये,नाक के बायें स्वर से जागने पर फ़ौरन बिस्तर छोड कर अपने काम में लग जाना चाहिये,अगर नाक से दाहिना स्वर चल रहा है तो दाहिनी तरफ़ बगल के नीचे तकिया लगाकर दुबारा से सो जाना चाहिये,कुछ समय में बायां स्वर चलने लगेगा,सही तरीके से चलने पर बिस्तर छोड देना चाहिये।
सागर. तंत्र शास्त्र के अनुसार वशीकरण के टोने-टोटके का असर होने पर आदमी कुछ अलग ही तरह से बिहेव करने लगता है। इन व्यवहार के आधार पर आसानी से उसके वशीकरण को पहचाना जा सकता है read more और उसे खत्म किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले तो हमें यह समझना पड़ता है कि वशीकरण के ये संकेत क्या हैं और किस संकेत पर क्या उपाय करना चाहिए।
विधि - नीले कपड़े के चारों कोने में लड्डू, लौंग, इलायची एवं छुहारे बाँध लें, फिर मिट्टी के बर्तन में पानी भरकर, गुलाब के फूल भी वहाँ रख लें। फिर नीचे लिखा मंत्र पढ़ें। मंत्र पढ़ते समय लोहे की चीज (दियासलाई) से अपने चारों ओर लकीर खींच लें।
She is not going to experience any challenge on the way in which and she or he will get regard and honour from all the associates of her in-laws.
बाकी एशियाबांग्लादेश में कब कराए जाएंगे चुनाव?
निम्न मंत्र का जाप पति या पत्नी में से कोई करे तो किसी एक को बुधि आ जायेगी और घर में शांति का वातावरण बनेगा
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अँधेरा होने के बाद १२ बजे से पहले अपनी आयु के बराबर मिटटी के दीपक लेकर उनको अपने घर की छत पर जला दें और पश्चिम के तरफ मुह करके माँ लक्ष्मी से अपनी झोली फैलाकर धन मांगे अगले दिन सुबह सुबह उठकर वह दीपक वहां से उठाकर काले कपड़े में बांधकर किसी गढ़े में दबा दें